दीवानों की हस्ती Flashcards
कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को ‘आँसू बनकर बह जाना’ क्यों कहा है?
कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ इसलिए कहा है क्योंकि कवी जहाँ भी जाता है वह खुशियाँ-ही-खुशियाँ बिखेर देता है जिसकी वज़ह से सभी लोग कवी को पसंद करने लगते है। इसलिए वह जहाँ भी जाते है वहाँ उल्लास भर जाता है। और जब कवी वहाँ से जाता है तो लोगो के मन में दुःख उमड़ अत है जिसकी वज़ह से वह रोने लग जाते है इसलिए कवी ने कहा है जाते समय आँसू बन कर बेह जाते है।
भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटानेवाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है? क्या वह निराश है या प्रसन्न है?
कवि के अनुसार ये स्वार्थी दुनिया इतनी लालची है कि इसने निस्वार्थ भाव से कुछ देना कभी सीखा ही नहीं। कवि ने जिंदगीभर लोगों को सच्चा प्यार दिया, लेकिन दुनिया ने उसे बदले में प्यार नहीं किया। इसी वजह से कवि निराश है, उसे लगता है कि वह लोगों के मन में प्रेम और खुशियों के बीज बोने में असफल ही रह गया।
कविता में ऐसी कौन-सी बात है जो आपको सबसे अच्छी लगी?
कविता की सबसे अच्छी बात कवि के जीवन जीने का अंदाज़ है। वह हर परिस्थिति का ख़ुश रहकर सामना करना चाहता है। कवि का मानना है कि सुख और दुःख दोनों हमारे जीवन का अहम् पाठ हैं, और हमें इन्हें हर हाल में ख़ुशी-ख़ुशी निभाना चाहिए।
संतुष्टि के लिए कवि ने ‘छककर’ ‘जी भरकर’ और ‘खुलकर’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। इसी भाव को व्यक्त करनेवाले कुछ और शब्द सोचकर लिखिए, जैसे – हँसकर, गाकर।
- खींचकर
- पीकर
- मुस्कराकर
- देकर
- मस्त होकर
- सराबोर होकर