क्या निराश हुआ जाए Flashcards
लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैं। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
लेखक का यह स्वीकार करना कि लोगों ने उसे धोखा दिया है, उसकी पीड़ा को दर्शाता है, मगर फिर भी वह निराश नहीं है। उसका मानना है कि समाज में अभी भी बहुत से लोग ईमानदार हैं। यदि वह अपने धोखे के बारे में समाज में बात करेगा, तो वह उन लोगों का भी अपमान कर देगा जो ईमानदार हैं। उसे समाज में सुधार की उम्मीद है, इसी कारण वह निराश नहीं है।
दो शब्दों के मिलने से समास बनता है। समास का एक प्रकार है – द्वंद्व समास।
इसमें दोनों शब्द प्रधान होते हैं। जब दोनों भाग प्रधान होंगे तो एक-दूसरे में द्वंद्व (स्पर्धा, होड़) की संभावना होती है। कोई किसी से पीछे रहना नहीं चाहता,
जैसे – चरम और परम = चरम-परम, भीरु और बेबस = भीरू-बेबस। दिन और रात = दिन-रात।
‘और’ के साथ आए शब्दों के जोड़े को ‘और’ हटाकर (-) योजक चिह्न भी लगाया जाता है। कभी-कभी एक साथ भी लिखा जाता है।
द्वंद्व समास के बारह उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए।
- कायदे और क़ानून — कायदे - क़ानून
- पाप और पुण्य — पाप - पुण्य
- लेन और देन — लेन - देन
- आना और जाना — आना - जाना
- लोभ और मोह — लोभ - मोह
- स्त्री और पुरुष — स्त्री - पुरुष
- दया और माया — दया - माया
- आरोप और प्रत्यारोप — आरोप - प्रत्यारोप
- भोजन और पानी — भोजन - पानी
- सच्चाई और ईमानदारी — सच्चाई - ईमानदारी
- गुण और दोष — गुण - दोष
- झूठ और फरेब — झूठ - फरेब
पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाओं के उदाहरण खोजकर लिखिए।
1.जातिवाचक संज्ञा - बस, यात्री , हिन्दू , मुस्लिम , आर्य आदि
2.भाववाचक संज्ञा - ईमानदारी , डकैती , चोरी , सच्चाई , चोरी
3.व्यक्तिवाचक संज्ञा - भारतवर्ष , तिलक, गांधी , मदन मोहन मालवीय