Sanskrit Specimen Paper Flashcards
वर्ण या अक्षर किन्हें कहते हैं?
जो सर्वत्र व्याप्त हो
जिसका कभी नाश नहीं होता
जिसका वर्णन प्रत्याहार सूत्र में हो।
वर्णों का रूप कैसे प्रकट होता है?
आकाश और वायु के संयोग से उत्पन्न होनेवाला, नाभि के नीचे से ऊपर उठना हुआ जो मुख को प्राप्त होता है, उसको नाद कहते हैं।
शब्द का लक्षण क्या है?
शब्द वह है जिसका कान इन्द्रिय से ज्ञान और
बुद्धि से निरंतर ग्रहण
जो उच्चारण से प्रकाशित होता
तथा जिसके निवास का स्थान आकाश है।
प वर्ग लिखिए।
प फ ब भ म
स्वरों का लक्षण क्या है?
जो राजा हो, जो उच्चारण करने में किसी की आवश्यकता नहीं।
स्वर की संज्ञा लिखिए।
ह्रस्व स्वर: अ, इ, उ, ऋ
दीर्घ स्वर: आ, ई, ऊ, ॠ
प्लुत स्वर: (3 गुना लंबा) उदाहरण: ॐ।
संयुक्त अक्षर बनाइए।
प्र = आधा प + र + आ
क्ष = आधा क + आधा ष + आ
ष + आ; त्र = आधा त + आधा र + आ
ज्ञ = ज + आधा य + आ
कृ = आधा क + ऋ।
उच्चारण करने वालों के गुण लिखिए।
मधुर भाव से बोलना चाहिए
धैर्यता से बोलना चाहिए
स्पष्ट बोलना चाहिए;
सस्वर बोलना चाहिए;
सौंदर्यपूर्ण बोलना चाहिए।
स्वर उच्चारण करने वालों के दोष लिखिए।
मुख में कुछ रखकर बोलना
ऊंच-नीच बोलना
जल्दी-जल्दी बोलना;
कंप-कंप कर बोलना;
पृथक-पृथक (अलग-अलग) बोलना।
सूत्र का अर्थ क्या है: अकुहविसर्जनीयः कण्ठ्य।
कंठ स्थान से उच्चारण जैसे क, ख, ग, घ।
सूत्र का अर्थ क्या है: इचुयशास्तालव्य।
तालु स्थान से उच्चारण जैसे च, ज, झ।
सूत्र का अर्थ क्या है:
ऋतुरषा मूर्धन्यः।
तालु से ऊपर उच्चारण जैसे ट, ठ।
सूत्र का अर्थ क्या है: दन्तमूलस्तु तवर्ग।
दंतमूल स्थान जैसे त, थ, द, ध, न।
सूत्र का अर्थ क्या है:
ओपध्मानीयः ओष्ठ्य।
ओष्ठ स्थान से: प, फ, ब, भ, म।
शब्दों के अर्थ लिखिए: ॐ।
हे रक्षक प्रभु।
शब्दों के अर्थ लिखिए: सविता।
प्रेरणा देने वाली, सूर्य, सही मार्ग देनेवाली, रचना करने वाला।