मुहावरे Flashcards
1
Q
- जब उसने मुझे छोड़ने की धमकी दी, तो मैंने उसकी बातों को “बंदर घुड़की” मानकर नजरअंदाज कर दिया।
- वह बच्चा इतनी समझदारी की बातें करता है कि लगता है जैसे उसके “पेट में दाढ़ी” हो।
- जैसे ही उसे नौकरी का प्रस्ताव मिला, उसकी “बाँछें खिल गईं”।
- उसके दोस्त हमेशा “बाल की खाल निकालने” में लगे रहते हैं, जिससे वह कभी संतुष्ट नहीं होता।
- इन दोनों प्रतियोगियों में कोई खास अंतर नहीं है, “जैसे साँप नाथ वैसे नाग नाथ”, दोनों ही एक जैसे हैं।
- ज्यों-ज्यों उसका कर्ज बढ़ता गया, त्यों-त्यों उसकी चिंता और तनाव भी बढ़ते गए। “ज्यों-ज्यों भीगे कामरी त्यों-त्यों भारी होय।”
- उस व्यापारी का कारोबार पूरी तरह से धोखाधड़ी पर आधारित है, “झूठहि लेना झूठहि देना, झूठहि भोजन झूठ चबैना।”
A
2
Q
- जब रमेश ने महंगी कार खरीदी, तो उसके दोस्त ने कहा, “टके का सब खेल है।”
- शादी में मामूली सजावट के लिए इतना खर्च कर दिया कि लोग कहने लगे, “टके की चटाई, नौ टका विदाई।”
- रमेश ने सस्ती जमीन खरीदी और कुछ सालों में उसकी कीमत कई गुना बढ़ गई, तो सभी ने कहा, “टके की मुर्गी, नौ-टके वसूल।”
- जब राधिका ने मीत के लिए छोटी सी रकम उधार मांगी और लौटाने में आनाकानी की, तो सबने कहा, “टके की हॉडी गई, कुत्ते की जात पहचानी गई।”
- जब मीत गुस्से में चिल्ला रहा था, तब मनुश्री ने शांति से बात करके समस्या हल की, जिससे सभी ने कहा, “ठंडा लोहा गरम लोहे को काट देता है।”
A