Sayings Flashcards
कार्याणां कर्मणां पारं यो गच्छति स बुद्धिमान II
जो करने योग्य कार्यों को पूरा कर लेता है वह बुद्धिमान होता है !
He who acheives his end with effort ,is indeed wise.
आलस्य हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान रिपु: !!
आलस्य निश्चय ही मनुष्यों के शरीर मे रहनेवाला बडा शत्रु है !
Laziness is,indeed a great enemy residing in the body of men.
नियतो यत्र धर्मो वै तमशड्क: समाचर !!
जहां धर्म की स्पष्ठा हो वहां उस का नि:शङ्कता से आचरण करो!
Where Dharma is clear,practce it without hesitation.
मनस्वी कार्यार्थी न गणयति दु:खं, न च सुखम् !!
कार्य करने की इच्छा वाला मनस्वी मनुष्य दु:ख और सुख की चिन्ता नहीं करता!
A bold person aiming to accomplish a task does not bother about difficulties or comforts
बहुविघ्नास्तु सदा कल्याणसिद्धय: !!
शुभ कार्यों की पूर्ति में सदैच अनेक विघ्न आते है !
There are always many obstacles to the fulfilment of good deeds
गृहित इव केशेषु मृत्युना धर्ममाचरेत !!
मृत्यु केश खींचते हुए ले जा रही है, यह सोचते हुए धर्म का आचरण करना चाहिए!
Practice Dharma as if Death is dragging you by the hair
अनुक्तमप्यूहति पण्डितो जन: !!
विद्वान लोग अनकही बात का भी अनुमान लगा लेते है !
A wise man understands even that which is not spoken
अल्पाक्षररमणियं य: कथयति निश्चितं स खलु वाग्मि !!
थोडे से शब्दो मे् ही आकर्षक रीति से अपनी बात कहने वाला ही सुवक्ता कहलाता है !
He who can convey his message charmingly in a few words,is indeed an orator
तस्य तदेव मधुरं यस्य मनो यत्र संलग्नम् !!
जिसका मन जहां रमा हो उसे वहीं अच्छा लगता है !
It is sweet when the mind is struck.
आपदि स्फुरति प्रज्ञा यस्य धीर: स एव हि !!
आपत्ति में भी जिसकी प्रज्ञा क्रियाशील रहती है(कार्य करती है), वही धैर्यशील है !
He whose wisdom flashes in times of adversity,is indeed brave.
योग्यत्वाद् य: समुत्कर्षो निरपाय: स सर्वथा !!
योग्यता से जो पाया जाता है, वह खो जाने के भय से सदा मुक्त रहेता है !
The prosperity acheived through one’s merit is never in danger of being lost