बात अठन्नी प्रश्नोत्तर Flashcards
1
Q
बात अठन्नी यह पथ के शीर्षक की सार्थकता लिखिए।
A
- बात अठन्नी की कहानी का शीर्षक उचित व सार्थक है क्योंकि कथानक में अठन्नी के कारण ही रसीला के साथ अमानवीय व्यवहार होता है तथा उसे जेल की सज़ा मिलती है।
- कहानी के सारे घटना चक्र की परिणति एक अठन्नी के कारण नौकर के जेल जाने से होती ह।
- पूरी कहानी समस्याप्रधान व्यंग्यात्मक है जिसका शीर्षक कहानी पर अपनी स्पष्ट छाप छोड़ता हैं।
- शीर्षक जिज्ञासपूर्ण और प्रासंगिक हैं अतः कहानी का शीर्षक सार्थक है।
2
Q
बात अठन्नी कहानी का उद्देश्य लिखें
A
- बाद अठन्नी की कहानी का मुख्य उद्देश्य धनी वर्ग द्वारा ग़रीब नौकरों का शोषण दिखाना है|
- रसीला बाबु जगत सिङ्घ के यहाँ मात्र 10 रुपये मासिक में कम करता था और उसे विश्वस था कि उसके मालिक उसको कभी संदेह की दृष्टि से न देखते हैं|
- उसने जब अपने बच्चो की बिमारी के अवसर पर पेशगी माँगी तब इंजीनियर बाबू ने साफ़ इनकार कर दिया |
- यहाँ लेखक का उद्देश्य यह दिखाना है कि अधिकतर अमीर व्यक्ति पत्थरदिल होते हैं|
- इसके विपरीत रमजान जो एक साधारण नौकर था उसने बिना माँगे ही रसीला की सहायता की है|
- यहाँ लेखक का उद्देश्य ग़रीब की मानवता सहानुभूति तथा उदारता दिखाना है |
- न्यायाधीश तथा इंजीनियर बाबु रिश्वतखोर हैं, परन्तु रसीला ने आठ आने कम की मिठाई लाकर मनो अब अक्षम्य अपराध कर दिया|
- क्षमा माँगने पर भी उसे छह महीने की सज़ा हुई|
- उच्च वर्ग तथा निम्न वर्ग के सामाजिक भेदभाव को दिखाना ही प्रस्तुत कहानी का उद्देश्य है| लेखक उसमें पूर्णतः सफल भी हुए हैं।
3
Q
रसीला का चरित्र चित्रण लिखिए
A
- रसीला इस कहानी का मुख्य पात्र है।
- वह एक स्वामिभक्त, ईमानदार व परिश्रमी व्यक्ति है।
- कम वेतन पाने पर भी वह अपने मालिक का काम पूरी वफ़ादारी से करता है|
- वह अपने परिवार के प्रति उत्तरदायी है और अपना सारा वेतन अपने परिवार को भेज देता है|
- बच्चों की बीमारी का समाचार सुनकर वह चिंतित हो जाता है मित्र से सहायता पाने पर वह अपने मित्र के प्रति कृतज्ञ हैं तथा जल्दी से जल्दी का कर्ज़ चुकाना चाहता है।
- परिस्थितियों के वश में होकर अठन्नी की बेईमानी कर बैठता है लेकिन पकड़े जाने पर गलती स्वीकार करके तुरंत क्षमा माँगता।
- यह भी इसके चरित्र का गुण है|
- रसीला एक सीधा सदा, ईश्वर से डरने वाला , मेहनती व्यक्ति है।
4
Q
रमज़ान का चरित्र चित्रण कीजिए
A
- रमजान जिला मजिस्ट्रेट शेख़ सलीमुद्दीन के यहाँ काम करता था।
- वह एक ईमानदार, उदार और सहिष्णु व्यक्ति है।
- उसे मनुष्य की परख है।
- रसीला कि उदास आँखों में उनके छिपे दर्द को पहचानकर रमजान उसे उसके बच्चों की बीमारी के इलाज के लिए रुपया दे देता है और कभी उसे वापस नहीं माँगता।
- रसीला को छह महीने की जेल होने पर उसे बहुत दुख होता है तथा रिश्वतखोरों पर बहुत क्रोध आता है|
- वह एक जागरूक नागरिक है| - वह कहता है कि दुनियाँ अंधेर नगरी है क्योंकि उसमें गरीबों को न्याय नहीं मिलता है परन्तु जो अमीर अपराध करते हैं उन्हें सज़ा नहीं मिलता।
5
Q
बाबू जगत सिंह का चरित्र-चित्रण कीजिए
A
- बाबू जगतसिंह इंजीनियर है।
- वे लालची और कंजूस व्यक्ति हैं|
-रिश्वत देने और लेने में हिचकते नहीं है। - वे एक कठोरदिल मालिक हैं|
- केवल आठ आने के लिए अपने वफ़ादार नौकर को पिटवाने व चोरी क़बूल करवाने के लिए सिपाही को 5 रुपया देते हैं।।
6
Q
शेख़ सलीमुद्दीन का चरित्र चित्रण कीजिए
A
- शेख़ सलीमुद्दीन जिला मजिस्ट्रेट है लेकिन उसमें अपने पद के अनुसार गुण नहीं है|
- स्वयं ,भारी रिश्वत लेकर भी एक अठन्नी की चोर के लिए सजा सुनाते समय उन्हें अपने इससे कई भयंकर अपराध का बोध नहीं होता हैं|
- ऐसे magistrate समाज के लिए कलंक है!